मुंबई. बजाज हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ लांच होते ही निवेशकों ने जमकर खरीदी की. शेयर की इतनी ज्यादा मांग रही कि 6,560 करोड़ रुपये के आईपीओ की पेशकश के लिए संचयी बोली 3.2 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गई। आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) में करीब 90 लाख आवेदन मिले, जिसने टाटा टेक्नोलॉजीज के पिछले रिकॉर्ड 73.5 लाख आवेदनों को पीछे छोड़ दिया।

बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि यह कामयाबी 5.5 लाख करोड़ डॉलर वाले देसी इक्विटी बाजार की मजबूती व गहराई को रेखांकित करती है और बड़े पैमाने पर होने वाली शेयर बिक्री को सहारा देने की उसकी क्षमता भी बताती है। यह मील का पत्थर वैश्विक वाहन दिग्गज ह्युंडै इंडिया के 25,000 करोड़ रुपये के अनुमानित आईपीओ और सॉफ्टबैंक समर्थित स्विगी के 10,000 करोड़ रुपये के अनुमानित आईपीओ से पहले देखने को मिला है।

बजाज हाउसिंग के आईपीओ को निवेशकों की विभिन्न श्रेणियों से भारी मांग देखने को मिली और कुल मांग बिक्री पेशकश के 67 गुने के पार चली गई। संस्थागत निवेशकों की श्रेणी में 222 गुना आवेदन मिले जबकि एचएनआई श्रेणी में 10 लाख रुपये तक और 10 लाख रुपये से ज्यादा निवेश करने वाले निवेशकों के मामले में आवेदन क्रमश: 51 गुना व 31 गुना मिले। वैयक्तिक निवेशकों के मामले में बोली 60,000 करोड़ रुपये के पार चली गई।

बजाज हाउसिंग फाइनैंस के आईपीओ को लेकर दीवानगी ने वैसे ही उत्साह से रूबरू कराया, जो नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज की सूचीबद्धता के समय देखा गया था, जो करीब दो दशक में टाटा समूह (Tata Group) का पहला सार्वजनिक पेशकश था। इश्यू को 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली मिली थी और टाटा  टेक्नोलॉजीज का शेयर आगाज पर 2,65 गुना चढ़ा था।

एक रिसर्च नोट में मैक्वेरी के वित्तीय सेवा शोध प्रमुख सुरेश गणपति ने कहा मूल्यांकन स्पेक्ट्रम के ऊपरी स्तर पर बजाज हाउसिंग फाइनेंस की कीमत वित्त वर्ष 26 के अनुमानित बुक वैल्यू पर 2.6 गुना है, जो परिसंपत्ति पर 2.5 फीसदी रिटर्न के लिए है। कंपनी का रिटर्न ऑन इक्विटी आईपीओ के बाद 15 फीसदी से घटकर 12 फीसदी होने का अनुमान है, जिसने 3,560 करोड़ रुपये की नई पूंजी जुटाई है। इस संदर्भ में हाउसिंग फाइनेंस दिग्गज एचडीएफसी का मूल्यांकन अपने सर्वोच्च स्तर पर बुक वैल्यू का करीब चार गुना था।