कार्निवल ग्रुप सबसे तेज़ी से बढ़ने वाले ग्रुप्स में से एक है। कार्निवाल फिल्म एक्सहिबिशन (मल्टीप्लेक्स), फिल्म प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन, फ़ूड  एंड बेवरेजेस, रियल एस्टेट, इवेंट मैनेजमेंट जैसे कई अलग-अलग क्षेत्रों में काम करता है। ग्रुप लगातार अपने व्यापार का नए क्षेत्रों में विस्तार कर अपने स्टेकहोल्डर्स के लाभ में वृद्धि कर रहा है।

कार्निवल ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी, कार्निवाल सिनेमाज 2021 तक देश में एक हजार स्क्रीन्स ऑपरेट करने के विज़न को लेकर काम कर रहा है। हम महसूस करते हैं कि तेज़ी से विस्तार करने के विज़न को पूरा करने के लिए सृजनात्मक सोच और रणनीति की आवश्यकता होती है। चूँकि बड़े शहरों में मल्टीप्लेक्स के लिए जगह का अभाव होता है इसलिए अब हमारा ध्यान टियर 3 और टियर 4 सिटीज में अपने व्यापार का विस्तार करने पर है। हमारे शोध सहयोगी नाइट फ्रैंक ने इस तर्क को आगे बढ़ाया और इन बाजारों के लिए सबसे उपयुक्त मोडल को विकसित किया।

इन बाज़ारों में व्यापार का विस्तार करते समय कार्निवाल रियल्टी ग्रुप कंपनी मुख्यतः अपना ध्यान इन स्थानों पर जमीन/ अचल संपत्ति लेने और उसे कमर्शियल उपयोग के लिए विकसित कर ‘जलसा टॉकीज’; नामक किफायती ‘कम्युनिटी एंटरटेनमेंट सेंटर्स’; बनाने पर दे रही है। इसके माध्यम से कंपनी पुरे देश में ग्राहकों के लिए एक ही स्थान पर एंटरटेनमेंट और शॉपिंग डेस्टिनेशन तैयार करने का प्रयास कर रही है। गांधीजी कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है।  जलसा टॉकीज के जरिए हम भारत के ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक यहाँ एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के मेजर प्लेयर्स नहीं पहुंचे है। हम इन स्थानों पर लोगों को मेट्रो शहरों की तरह अच्छी गुणवत्ता के साथ फिल्म देखने का अनुभव देंगे, वह भी किफायती दरों में।

‘जलसा टॉकीज’ में सुपर मार्केट, खान पान की स्पेस और दो या तीन स्क्रीन (300 सीट्स तक के) वाले मल्टीप्लेक्स शामिल होंगे। यह डेवलपमेंट टाइप एक से दो लाख तक की जनसँख्या वाले शहरों के लिए उपयुक्त है। एक जिम्मेदार कॉर्पोरट कंपनी होने के नाते हम ये समझते हैं कि इन सेंटर को अपने क्षेत्र में समाज सेवा के लिए भी कुछ करना चाहिए इसलिए इन सेंटर्स में बुजुर्गों के मनोरंजन के लिए भी अलग व्यवस्था होगी। इन सेंटर्स को बनाने के लिए नौ महीने के विकास चक्र के दौरान विकसित पद्धति का उपयोग होगा।

कार्निवाल अगले दो सालों में इस तरह के 100 सेंटर्स पुरे मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और उत्तराँचल सहित तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में बनाएगा। शुरुआत एक साल में 30 प्रोजेक्ट बनाने से होगी।

इस प्रोजेक्ट के लिए ख़ासतौर पर तैयार किए गए बिज़नेस मॉडल के कारण न्यूनतम खर्च में तेज़ी के साथ इन सेंटर्स को बनाना संभव हो पायेगा। कार्निवाल रियल्टी इन सेंटर्स का मास प्रोडक्शन एक साथ पुरे देश में करेगी। साथ ही हमसे जुड़ने वाले जमीन के मालिकों को अच्छे दाम भी दिए जायेंगे। इस पुरे प्रोजेक्ट के लिए अनुमानित रूप से 300 करोड़ रूपये का बजट निर्धारित किया गया हैं। इस प्रोजेक्ट में ग्रुप के मौजूदा 12 हजार कर्मियो के अलावा प्रत्यक्ष्य और परोक्ष रूप से 45 हजार रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इससे 3 और 4 टियर शहरों में कंपनियों और ब्रांड्स के निवेश करने हेतु सकारात्मक माहौल तैयार होगा। यह इन शहरों के सामाजिक-आर्थिक विकास में भी मददगार साबित होगा।