नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के बाद बीमा उत्पाद अभिभावकों के लिए बचत और निवेश का पसंदीदा विकल्प बनकर उभरे हैं। एक सर्वे के अनुसार भविष्य के लक्ष्यों को पूरा करने की दृष्टि से बीमा उत्पाद कम जोखिम वाले और विश्वसनीय वित्तीय माध्यम हैं। Ageas Federal Life Insurance and YouGov India द्वारा किए गए ‘फ्यूचर फियरलेस सर्वे’ के मुताबिक, शिक्षा के लिए बचत ने अन्य जीवन लक्ष्यों की तुलना में प्राथमिकता ली है। यह सर्वे बच्चों की शिक्षा की योजना बनाने में भारतीय माता-पिता की वित्तीय तैयारियों पर महामारी के प्रभाव को समझने के लिए किया गया है।

यह सर्वे देश के 11 शहरों में ऑनलाइन माध्यम से किया गया। इसमें 1,333 ऐसे अभिभावकों की राय ली गई जिनके बच्चों की उम्र 10 साल से कम है। सर्वे में कहा गया कि माता-पिता शिक्षा की बढ़ती लागत को देखते हुए शादी या करियर जैसे अन्य लक्ष्यों की बजाय शिक्षा के लिए बचत को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसमें माता-पिता की अपने बच्चों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान की इच्छा भी शामिल है।

सर्वे में शामिल दो-तिहाई अभिभावकों (माता-पिता) ने अपने बच्चों के शैक्षणिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप), मनीबैक प्लान और एंडाउमेंट प्लान जैसे जीवन बीमा समाधानों में निवेश किया है। सर्वे में अधिकांश माता-पिता ने कहा कि वे अपने बच्चे के कॉलेज या उच्च शिक्षा के लिए बचत करना पसंद करेंगे। वही 40 प्रतिशत माता-पिता का कहना है कि वे अपने बच्चों की स्कूली शिक्षा के लिए बचत करेंगे। अधिकांश माता-पिता पहले से ही अपने बच्चे की शिक्षा के लिए एक अलग प्रावधान कर चुके हैं।