-नहीं होगी पैसों की कमी

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ की वजह से कोरोना का खतरा फिर बढ़ने लगा है। ऐसे में अगर आप भी कोरोना के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेने का प्लान बना रहे हैं तो ‘कोरोना कवच’ पॉलिसी सही रहेगी। इसमें कोरोना होने पर 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। हम आपको इस पॉलिसी के बारे में बता रहे हैं।

50 हजार से 5 लाख तक का कवर : कोरोना कवच पॉलिसी के लिए इंश्योरेंस की राशि न्यूनतम 50 हजार रुपए और अधिकतम 5 लाख रुपए (50,000 रुपए के मल्टिपल में) है। यानी आप कम से कम 50 हजार और अधिकतम 5 लाख तक का इंश्योरेंस कवर ले सकते हैं।

साढ़े 3 से साढ़े 9 महीने तक के लिए ले सकते हैं कवर : इंश्योरेंस की अवधि साढ़े 3, साढ़े 6 और साढ़े 9 महीने हो सकती हैं। इसमें कवर का प्रीमियम 500 से 6 हजार रुपए (GST शामिल नहीं) रहेगा। 18 से 65 साल तक का कोई भी व्यक्ति ये पॉलिसी ले सकता है।

अस्पताल में भर्ती होने से पहले का खर्च भी कवर होगा : इसमें बेड का चार्ज, नर्सिंग चार्ज, ब्लड टेस्ट, PPE किट, ऑक्सीजन, ICU और डॉक्टर की कंसल्टेशन फीस कवर होती है। अस्पताल में भर्ती होने से पहले डोक्टर कंसल्टेशन, चेक अप और डाइग्नोसिस के खर्च शामिल होते हैं। ऐसे खर्चों पर अस्पताल में भर्ती होने से 15 दिन पहले तक का कवर मिलता है।

डिस्चार्ज होने के 30 दिन बाद तक का मिलता है मेडिकल खर्च : इसमें अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 30 दिन बाद तक का मेडिकल खर्च मिलता है। अगर आपका कोरोना बीमारी का इलाज घर पर चल रहा है, तो इसमें हेल्थ की मॉनिटरिंग और दवाइयों का खर्च 14 दिन तक के लिए कवर होता है।

आयुर्वेदिक इलाज भी करा सकेंगे : इस पॉलिसी के तहत आयुर्वेद और उससे जुड़े इलाज खर्च पर भी कवर मिलेगा। घर से अस्पताल और अस्पताल से घर तक एम्बुलेंस में ट्रांसफर करने का खर्च भी कवर किया जाता है।

हॉस्पिटल डेली कैश कवर को ऐड करने का ऑप्शन भी मिलेगा :
इस पॉलिसी में आपके पास हॉस्पिटल डेली कैश कवर को ऐड करने का विकल्प रहता है। इसके तहत बीमा कंपनी रोजाना इंश्योरेंस की राशि का 0.5% 24 घंटे भर्ती के हिसाब से देती है। यह सुविधा 15 दिन तक मिलती है। कोरोना कवच में पॉलिसी होल्डर को कम से कम 24 घंटे के लिए अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है।

कम पैसे में मिलेगा कोरोना के लिए कवर : ऑनलाइन इंश्योरेंस सॉल्यूशन फर्म ‘बेशक’ के फाउंडर और एक्सपर्ट महावीर चोपड़ा कहते हैं कि कोरोना कवच पॉलिसी में सिर्फ कोरोना होने पर ही इलाज का खर्च कवर होता है। वहीं जनरल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में कोरोना के साथ अन्य बीमारी होने पर भी आपको कवर मिलता है। इसीलिए जनरल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम कोरोना कवच पॉलिसी की तुलना में ज्यादा है। अगर आप सिर्फ कोरोना महामारी के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना चाहते हैं तो ये एक बढ़िया ऑप्शन है।

2 से 5 लाख तक का कवर है पर्याप्त : महावीर चोपड़ा कहते हैं कि कोरोना के इलाज का औसत खर्च 2.50 लाख के करीब आ रहा है। ऐसे में कोरोना के इलाज के लिए 2 से 5 लाख रुपए का इंश्योरेंस कवर काफी है। ऐसे में कोरोना कवच कोरोना होने पर आपको सही इलाज दिला सकने में मदद कर सकता है।