देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को वित्त वर्ष 2020- 21 की चौथी तिमाही में 586.33 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है. ब्याज आय में अच्छी वृद्धि हासिल होने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है. बैंक ने नियामकीय सूचना के तहत यह जानकारी दी है. उसने कहा है कि एक साल पहले इसी तिमाही में उसे 697.20 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
वित्त वर्ष की जनवरी से मार्च 2021 तिमाही में बैंक की कुल आय एक साल पहले की इसी अवधि के 16,388.32 करोड़ रुपये से बढ़कर 22,531.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. इस दौरान बैंक की ब्याज आय 36 प्रतिशत बढ़कर 18,789.53 करोड़ रुपए पर पहुंच गई.

इन मोर्चो पर भी दिखा सुधार

पीएबी के आंकड़ों के मुताबिक एक साल पहले यह इस अवधि में 13,858.98 करोड़ रुपये रही थी. इस तिमाही के दौरान बैंक ने 5,634.31 करोड़ रुपये का परिचालन मुनाफा कमाया। एक साल पहले यह 3,932.28 करोड़ रुपये रहा था. बैंक का कहना है कि उसके वित्तीय परिणाम पिछले साल के आंकड़ों के साथ तुलना करने योग्य नहीं है। क्योंकि एक अप्रैल 2020 से उसके साथ आरिएंटल बैंक आफ कामर्स और यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया का विलय हुआ था। संपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर पीएनबी ने कुछ सुधार दर्ज किया है.

एनपीए 14.12 फीसदी घटी

मार्च 2021 की समाप्ति पर उसकी सकल गैर- निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) घटकर 14.12 प्रतिशत रह गई जो कि मार्च 2020 की समापति पर 14.21 प्रतिशत पर थी. नेट एनपीए की यदि बात की जाए तो यह बढ़कर 38,575.70 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 27,218.89 करोड़ रुपये पर था.

बैंक के मुताबिक उम्मीद की जा रही है आने वाले दिनों में विलय के कारण और सुधार की गुजाइंश देखी जा रही है. वहीं बैंक के नतीजों के बाद जानकार मान रहे हैं कि सोमवार को पीएनबी के शेयरों में तेजी दिख सकती है. इससे पहले मार्च तिमाही के दौरान के देश के तीन बड़े बैंक एसबीआई, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई को भी जोरदार मुनाफा हो चुका है. हालांकि इकोनॉमी के इंडीकेटर्स कहे जाने प्रमुख आकंड़ों में गिरावट दिख रही है लेकिन बैंकों का मुनाफा बढ़ रहा है. अब देखना है कि इकोनॉमी को इससे कितना बूस्ट मिल पाता है.