कंपनी जनवरी 2022 से फिर बढ़ाएगी कारों के दाम

नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार मैन्युफैक्चरर कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने कीमत बढ़ाने का ऐलान किया है। कंपनी ने गुरुवार को कहा कि वह अगले साल जनवरी से अपने सभी मॉडलों की कीमतें बढ़ाने का प्लान बना रही है। कंपनी कीमत बढ़ाने की वजह कार बनाने में इस्तेमाल होने वाले रॉ मटेरियल का महंगा होना बताया है, जो पिछले 1 साल से सस्ता होने का नाम नहीं ले रहे हैं। कंपनी अब इसी बढ़ी इनपुट कॉस्ट का बोझ ग्राहकों पर डालने का प्लान कर रही है।

सितंबर तक इस साल कंपनी ने 3 बार कीमतें बढ़ाईं : रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर ऑटो सेक्टर की कंपनियां बेलगाम इनपुट कॉस्ट और सेमीकंडक्टर की कमी से बहुत परेशान हैं। इसकी वजह से कंपनियों को कीमत को बढ़ाने के अलावा और कोई चारा नहीं दिख रहा है। मारुति कंपनी ने 30 नवंबर को ही ईको वैन के गैर-कार्गो वैरिएंट की कीमतों में 8,000 रुपए की बढ़ाए थे। इसकी वजह कंपनी ने इनमें इस्तेमाल होने वाले एयरबैग को बताया है। सितंबर में भी मारुति ने सेलेरियो को छोड़कर अपनी सभी मॉडलों की कारों की कीमतों में 1.9% की कीमत बढ़ाई थी। यह 2021 में तीसरी बार था जब कंपनी ने कार की कीमतें बढ़ाई थीं।

अप्रैल में कंपनी ने सभी मॉडलों की कीमत 1.6% तक बढ़ाईं : मारुति सुजुकी ने इससे पहले अप्रैल और जनवरी में कीमतों में बढ़ोतरी की थी। 16 अप्रैल को, इसने सभी मॉडलों के एक्स-शोरूम कीमतों को 1.6% बढ़ाया था। वहीं 18 जनवरी को ऑटोमेकर ने कुछ मॉडलों की कीमतों में 34,000 रुपए की बढ़ोतरी की थी।

चिप की कमी के बाद भी मारुति सुजुकी की सेल्स बढ़ी :
ऑटोमोबाइल कंपनियों ने कल ही नवंबर सेल्स के आंकड़े जारी किए हैं। इसमें मारुति की बिक्री नवंबर में मंथली आधार पर 0.61% बढ़कर 1,39,184 यूनिट की देखी गई है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि सेमीकंडक्टर या चिप की कमी से उसका प्रोडक्शन प्रभावित हो रहा है। मंथली आधार पर कंपनी का एक्सपोर्ट 0.33% बढ़कर 21,393 यूनिट हो गया। मिनी और कॉम्पैक्ट व्हीकल सेगमेंट की बिक्री 5.6% बढ़कर 74,492 यूनिट हो गई। हालांकि, यूटिलिटी व्हीकल की बिक्री 9.25% गिरकर 24,574 यूनिट रही।