नई दिल्ली। Omicron वैरिएंट से अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्राओं पर नई पाबंदी लग सकती है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) ने कहा है कि कोविड-19 के ओमिक्रॉन स्वरूप के अचानक उभरने से देशों को बड़े पैमाने पर यात्रा प्रतिबंध फिर से लगाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। आईएटीए के अनुसार, ओमिक्रॉन के कारण सख्त नई यात्रा जरूरतों पर अमल किए जाने से अनिश्चितता काफी बढ़ गई है। अक्टूबर 2021 के लिए अपने एयर पैसेंजर मार्केट एनालिसिस में आईएटीए ने कहा था, अगले 2-3 महीनों में वैश्विक आरपीके में किसी भी मजबूत वृद्धि की संभावना नहीं है।
बता दें कि वायरस के नए वैरिएंट को लेकर भारत में भी इंटरनेशनल उड़ानों पर निगरानी बढ़ाई गई है। बाहर से आने वाले यात्रियों को जरूरत पड़ने पर Quarantine में रखा जाएगा।
हवाई यात्री की संख्या को राजस्व यात्री किलोमीटर या आरपीके में मापा जाता है। आईएटीए ने कहा, सबसे पहले, नए कोविड-19 संक्रमण नवंबर के अंत तक वैश्विक स्तर पर फिर से बढ़ रहे हैं, जो यूरोप में एक गंभीर प्रकोप और उत्तरी अमेरिका में एक नई लहर की शुरुआत से प्रेरित हैं।
हालांकि अधिकांश अन्य क्षेत्रों में नए मामलों में गिरावट आई और वास्तव में एशिया-प्रशांत देशों सहित कई क्षेत्रों में यात्रा प्रतिबंधों में ढील दी गई, जो अब तक सख्त थे। रिपोर्ट में कहा गया है, ऐसा कहा जा रहा है कि नवंबर के अंत में ओमिक्रॉन स्वरूप के उभरने से देशों में अधिक व्यापक यात्रा प्रतिबंध फिर से लागू हो सकते हैं।
आईएटीए के अनुसार, नए मामलों पर वैरिएंट के प्रभाव के बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी, और इसे अभी तक बुकिंग डेटा में पर्याप्त रूप से दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि, इसके दिसंबर तक बढ़ने की संभावना नहीं है। इसके अलावा, रूस और चीन में प्रकोप और नए प्रतिबंधों के कारण घरेलू आरपीके नवंबर में एक बार फिर खराब हो सकते हैं।