विश्व हैंड हाइजीन दिवस के अवसर पर मेदांता अस्पताल में जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को हाथों की स्वच्छता के महत्व और सही प्रोटोकाल के बारे में जानकारी दी गई। नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि कैसे नियमित रूप से सही तरीके से हाथ धोने से संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में कंसल्टेंट माइक्रोबायोलॉजिस्ट एवं इन्फेक्शन प्रिवेंशन और कंट्रोल ऑफिसर डॉ. शिल्पी गुप्ता ने हैंड हाइजीन पर एक शैक्षणिक क्लास ली। उन्होंने बताया कि अस्पतालों और रोजमर्रा की जिंदगी में संक्रमण की रोकथाम के लिए हाथों की सफाई अत्यंत आवश्यक है। इस वर्ष की थीम “It might be gloves, it’s always hand hygiene” है, जिसका उद्देश्य है स्वास्थ्यकर्मियों और आम लोगों में इस विषय पर जागरूक बढ़ा ना है।
हैंड हाइजीन का सही तरीका है— कम से कम 20 सेकंड तक
साबुन और पानी से हाथ धोना या अल्कोहल बेस्ड हैंड रब का प्रयोग करना, खासकर खाना खाने से पहले, शौचालय के उपयोग के बाद और मरीजों के संपर्क में आने के बाद।