मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अगले 6 महीने तक कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) पर कोई नई फिक्स्ड मेच्योरिटी प्लान (FMP) करने पर रोक लगा दी है। 27 अगस्त को जारी ऑर्डर में सेबी ने कंपनी पर 50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। कोटक को अगले 45 दिनों के भीतर यह चुकाना होगा।
दरअसल पूरा मामला ये है कि सेबी कोटक AMC की 6 फिक्सड मेच्योरिटी के लेट पेमेंट की जांच कर रहा है। कोटक को अपने फिक्स्ड मेच्योरिटी प्लान पर निवेशकों को अप्रैल 2019 में ही पेमेंट करना था लेकिन उसमें देरी हुई। फंड हाउस के पास इतना पैसा नहीं था कि वह स्कीम की मेच्योरिटी के बावजूद निवेशकों का पैसा नहीं लौटा पाया।
कंपनी का कहना है कि उसने एस्सेल ग्रुप की कंपनियों में निवेश किया था जिन्होंने पेमेंट पर डिफॉल्ट कर दिया जिसकी वजह से वह अपने निवेशकों का भुगतान नहीं कर पाई है।
कोटक महिंद्रा AMC को मेच्योरिटी के बाद अप्रैल 2019 में ही सारा पैसा निवेशकों को रिटर्न करना था लेकिन कंपनी सितंबर 2019 में पेमेंट कर पाई। सेबी ने यह भा पाया कि ड्यू डिलिजेंस ना करे, निवेशकों को सही जानकारी ना देने, अनुशासनहीनता सहित कई मामलों में कंपनी दोषी पाई गई जिसके बाद सेबी ने उसपर पाबंदी लगाई है।
सेबी के आदेश के मुताबिक, कोटक AMC को उन 6 FMP स्कीम पर निवेशकों से लिए इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट और एडवाइजरी फीस भी लौटाना होगा।