मुंबई। शेयर बाजार में आज भी भारी गिरावट है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स करीबन 725 पॉइंट्स टूटकर 56,668 पर पहुंच गया। हालांकि अभी यह 65 अंक ऊपर 57,188 कारोबार कर रहा है। ज्यादातर गिरावट बैंकिंग और मेटल शेयर्स में दिख रही है।
मार्केट कैप 253 लाख करोड़ रुपए : लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 253.28 लाख करोड़ रुपए रह गया है। शुक्रवार को यह 258.31 लाख करोड़ रुपए था। पहले ही मिनट में करीबन 5 लाख करोड़ रुपए की कमी इसमें आई है। शुक्रवार को इसमें 7.50 लाख करोड़ रुपए की कमी आई थी। आज सेंसेक्स सुबह 79 पॉइंट्स नीचे 57,028 पर खुला था। खुलते ही बाजार में पहले मिनट में 500 अंकों की गिरावट आ गई। बैंकिंग शेयर्स में SBI 3% टूटा है जबकि HDFC बैंक 2% टूटा है। टाटा स्टील, NTPC, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, बजाज ऑटो, मारुति जैसे शेयर्स 2 से 3% टूटे हैं। एक्सिस बैंक HDFC बैंक 2-2% जबकि कोटक महिंद्रा बैंक 1% टूटा है।
सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से केवल 2 शेयर्स बढ़त में हैं। बाकी 28 शेयर्स में भारी गिरावट है। उधर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 168 अंकों की गिरावट के साथ 17,857 पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी पिछले कई महीने का रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। दोनों पहली बार 57 हजार और 18 हजार के नीचे पहुंच गए हैं। निफ्टी आज 17,055 पर खुला था और 16,838 का निचला स्तर बनाया। हालांकि 17,068 का हाई बनाया था। यह अभी 16,837 पर है।
निफ्टी की 50 कंपनियों में से 46 कंपनियों के शेयर्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। केवल 4 शेयर्स बढ़त में कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स 2.23%, निफ्टी बैंक और निफ्टी फाइनेंशियल इंडेक्स 1-1% की गिरावट के साथ इस समय कारोबार कर रहे। गिरने वाले प्रमुख शेयर्स में ONGC, अडाणी पोर्ट, हीरो मोटो कॉर्प और इंडियन ऑयल हैं। बढ़त वाले शेयर्स में हिंडालको, डॉ. रेड्डी, रिलायंस और इंडसइंड बैंक के साथ सिप्ला है।
इससे पहले शुक्रवार को 2.87% या 1,650 पॉइंट्स की गिरावट दर्ज की गई। नेशनल स्टॉक का निफ्टी 510 पॉइंट्स या 2.91% गिरकर 17,026 पर बंद हुआ। 18 अक्टूबर को सेंसेक्स 61,765 पर बंद हुआ था। यह जनवरी में 48 हजार पर बंद हुआ था। 19 अक्टूबर को इसने 62,245 का रिकॉर्ड बनाया था। तब से सेंसेक्स 5 हजार पॉइंट्स या 8% गिर चुका है। बाजार में लगातार गिरावट का कारण कोरोना का नया वैरिएंट और विदेशी निवेशकों द्वारा बाजार से निवेश को निकालना है। नवंबर में इन निवेशकों ने 31 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम निकाली है।