शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद, सेंसेक्स 1190 अंक टूटा

नई दिल्ली। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार बहुत भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स सेंसेक्स 1189.73 अंक (-2.09%) फीसद गिरावट के साथ 55,822.01 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 371.00 अंक (-2.18%) की गिरावट के साथ 16,614.20 के स्तर पर बंद हुआ।

दुनिया भर में ओमिक्रोन के मामलों में बढ़ोतरी के प्रभाव से निवेशकों में घबराहट पैदा हुई है, जिससे वैश्विक इक्विटी में तीव्र बिकवाली हुई। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में टाटा स्टील रहा जिसमें 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही, इसके बाद एसबीआई, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक और एनटीपीसी का स्थान रहा। दूसरी ओर एचयूएल और डॉ रेड्डीज लाभ में रहे।

विशेषज्ञों के अनुसार, COVID-19 मामलों में विस्फोटक वृद्धि, विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा निरंतर बिक्री और विकसित अर्थव्यवस्थाओं में धीमी विकास गति ने दुनिया भर के बाजारों को हिला दिया है। शंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सियोल में शेयर भारी नुकसान के साथ बंद हुए। यूरोप में स्टॉक एक्सचेंज भी मध्य सत्र के सौदों में लाल रंग में कारोबार कर रहे थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 3.51 प्रतिशत गिरकर 70.94 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। आज सुबह सेसेंक्स 664.78 अंक यानी 1.17 फीसद की गिरावट के साथ 56,346.96 के स्तर पर खुला था, जबकि निफ्टी 198.80 अंक यानी 1.12 फीसद टूटकर 16795.70 के स्तर पर था।

बाजार में गिरावट के तीन बड़े कारण

वायरस का खतरा बढ़ा : कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए ट्रैवल रेस्ट्रिक्शन से लेकर लॉकडाउन लगाया जा रहा है। कई यूरोपियन कंट्रीज में ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है। ऐसे में नीदरलैंड ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। ग्लोबल मार्केट में भी इस वजह से गिरावट आई है।

विदेशी निवेशकों ने निकाले पैसे : पिछले 40 दिनों में विदेशी निवेशकों (FII) ने बाजार से 80 हजार करोड़ रुपए निकाल लिए हैं। अकेले दिसंबर में, FII ने कैश मार्केट में 26,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की बिकवाली की। इस साल की यह सबसे बड़ी मंथली सेलिंग है। 17 दिसंबर को FII ने कैश मार्केट में 2,069 करोड़ रुपए की बिकवाली की।

महंगाई को लेकर चिंता : इसके अलावा बढ़ती महंगाई को लेकर दुनिया भर के प्रमुख केंद्रीय बैंकों की चेतावनियों ने निवेशकों को डरा दिया है। महंगाई से निपटने के लिए बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरें बढ़ाने वाला दुनिया का पहला प्रमुख केंद्रीय बैंक है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने भी महंगाई को चिंता का बड़ा कारण बताया है।

दिनभर के कारोबार में 1879 पॉइंट फिसला सेंसेक्स : सेंसेक्स 494.48 अंकों की गिरावट के साथ 56,517.26 पर खुला। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स 1879.06 अंक गिरकर 55,132.68 पर पहुंच गया। हालांकि बाद में बाजार में मामूली रिकवरी आई और यह 1189.73 (2.09%) की गिरावट के साथ 55,822.01 पर बंद हुआ। शुक्रवार को सेंसेक्स 57,011.74 पर बंद हुआ था।

निफ्टी की बात करें तो यह 160.95 अंक की गिरावट के साथ 16,824.25 पर खुला। दिनभर के कारोबार में यह 575 अंक की गिरावट के साथ 16,410.20 पर पहुंच गया। बाजार के आखिरी घंटों में कुछ खरीदारी देखने को मिली और निफ्टी निचले स्तरों से रिकवर होकर 371.00 (2.18%) की गिरावट के साथ 16,614.20 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स पर केवल 2 शेयर हरे निशान में : सेंसेक्स के 30 में से 28 शेयरों में गिरावट रही। केवल हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.70%) और डॉ. रेड्डी (1.02%) हरे निशान में बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट टाटा स्टील (5.20%), एसबीआई (3.97%), इंडसइंड बैंक (3.93%), बजाज फाइनेंस (3.89%) और एचडीएफसी बैंक (3.14%) में देखने को मिली।