दिनाकं:12 जुलाई – भारत के वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन के लिए ग्रामीण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत किए जाने की जरूरत है। नाबार्ड के 38वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करते हुए ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि इससे कृषि क्षेत्र को अतिरिक्त आय समर्थन भी उपलब्ध कराया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि कौशल और शिक्षा की कमी की वजह से ग्रामीण युवाओं के समक्ष प्रमुख समस्या बेरोजगारी की है। ‘‘आज बड़ी संख्या में कृषि आधारित स्टार्टअप्स हैं। हमें ग्रामीण स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना होगा जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।’’ उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी एजेंसियां विशेषरूप से कृषि और संबद्ध गतिविधियों में स्टार्टअप, इनकुबेटर्स को प्रोत्साहित कर रही हैं। इस मौके पर वित्त मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव देवाशीष पांडा ने कहा कि पांच साल में अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर तक पहुंचाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है लेकिन यह हासिल किया जा सकता है। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के चेयरमैन हर्ष कुमार भनवाला ने कहा कि बैंक चालू वित्त वर्ष के दौरान करीब 100 कृषि और ग्रामीण स्टार्टअप का वित्तपोषण करेगा। इससे नवोन्मेषण और कृषि उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा।