इंदौर. ब्लैकस्टोन समर्थित और देश की सबसे बड़ी एसेट एवं वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियों में से एक एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स का मानना है कि बाजार की मौजूदा तेजी में टिकाऊ और दीर्घकालिक विकास की बड़ी भूमिका है। यह भारत को बहु-वर्षीय (मल्टी-ईयर) विकास की स्थिति में ला रही है, जो कॉरपोरेट के मजबूत प्रदर्शन की उम्मीदों से प्रेरित है। भारतीय कॉरपोरेट ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में अपनी आय के जरिये इन उम्मीदों को मजबूत किया है।
एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (एएसके) के डिप्टी सीआईओ सुमित जैन ने इंदौर में मीडिया के साथ एक चर्चा में कहा, बाजार ऐसे मोड़ पर है, जहां वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं मंदी की आशंका से जूझ रही हैं, जबकि भारत की विकास दर अच्छी बनी हुई है। हमारा मानना है कि निवेश की एक खास शैली हमेशा कारगर नहीं हो सकती है। उम्मीद है कि बेहतर क्रियान्वयन क्षमता के साथ दीर्घकालिक कारोबार पर आधारित बॉटम-अप स्टॉक आइडिया पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, बाजार आज एक अच्छे प्रीमियम पर दिख रहे हैं। उन्हें मजबूत और टिकाऊ दीर्घकालिक विकास से समर्थन मिल रहा है।
जैन ने कहा, वर्तमान में आय में गुणात्मक वृद्धि और मूल्यांकन को बेहतर मार्जिन एवं अच्छी पूंजी दक्षता से समर्थन मिल रहा है। हितधारकों की बैलेंस शीट पहले के मुकाबले बहुत बेहतर है। ऐसे में अतीत के साथ तुलना करना सही बात नहीं हो सकती है।
जैन ने आगे कहा, तिमाही नतीजों में एक और महत्वपूर्ण रुझान देखा गया कि कॉरपोरेट्स का प्रदर्शन लगभग एक जैसा रहा है। उनका परिचालन लाभ (तेल और गैस को छोड़कर) 10-16 फीसदी की सीमा में रहा है, जबकि स्मॉल कैप का 10 फीसदी की निचली सीमा में रहा है। हमारा मानना है कि आगे चलकर बाजार पूंजीकरण और स्वामित्व के लिहाज से प्रदर्शन में अंतर कम होना चाहिए। चर्चा के दौरान श्री जैन के साथ एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के निदेशक और प्रमुख (बिक्री एवं उत्पाद) निमेश मेहता भी मौजूद थे।एएसके मध्य प्रदेश के बढ़ते खुदरा निवेशक आधार का लाभ उठाना चाहता है, जो कुल खुदरा निवेशकों का 5.23 फीसदी है। बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक, मध्य प्रदेश के खुदरा निवेशकों की संख्या में पिछले साल 37.25 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले पांच वर्षों में इंदौर का एमएफ एयूएम (म्यूचुअल फंड एसेट अंडर मैनेजमेंट) सालाना 23 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़कर 26,297 करोड़ रुपये पहुंच गया है।
-इस अवधि में इंदौर में एएसके का कुल एयूएम 42 फीसदी की चक्रवृद्धि दर से बढ़ा है और अब यह 191 करोड़ रुपये है।
-पिछले पांच वर्षों में एएसके के पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (पीएमएस) एयूएम में इंदौर की हिस्सेदारी भी 0.21 फीसदी से बढ़कर 0.62 फीसदी हो गई है।
निमेश मेहता ने कहा, इंदौर एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के लिए एक फोकस मार्केट है। हमने पिछले पांच वर्षों में यहां अपने एयूएम में लगातार वृद्धि देखी है और यहां के तेजी से बढ़ते निवेशक वर्ग के साथ आगे बढ़ने के लिए तत्पर हैं। हमारा मानना है कि दीर्घकालिक विकास पर केंद्रित हमारे निवेश सिद्धांत और समाधान यहां हमारे बढ़ते ग्राहक आधार के साथ अच्छी तरह से मेल खाते हैं।
निवेश सिद्धांत के रूप में, एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड दीर्घकालिक अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता है। निवेश उन व्यवसायों पर केंद्रित है, जिनमें बेहतर रिटर्न देने की संभावना है और जो अच्छे क्रियान्वयन कौशल के साथ प्रबंधन के जरिये चलाए जाते हैं। विनिर्माण, ऑटोमेशन, रक्षा, एनर्जी ट्रांजिशन, विवेकाधीन खपत, चक्रीय अर्थव्यवस्था आदि में घरेलू उन्मुख व्यवसाय बहु-वर्षीय विकास के अवसर प्रदान करते हैं।