डिजिटल वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम मनी को बीते वित्त वर्ष 2020-21 में प्रति डीमैट खाताधारक औसतन 70,000 रुपए का निवेश दर्ज किया. इसमें युवा पीढ़ी सबसे आगे रही. पेटीएम ब्लॉग में प्रकाशित वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के अनुसार, पेटीएम मनी ने 31 मार्च, 2021 तक 2.1 लाख डीमैट खाते खोले हैं. इनमें से 80 प्रतिशत खाताधारकों की आयु 35 साल से कम है.
पेटीएम मनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) वरुण श्रीधर ने कहा, ‘‘पिछले एक साल के दौरान हमने लोगों के निवेश के तरीके के बदलाव देखा है. शिक्षा, निवेश पर खुली चर्चा के जरिये हम अधिक प्रयोगकर्ताओं को संपदा सृजन के प्रति जागरूक कर पाए. हमारा मानना है कि देश में संपत्ति प्रबंधन का लोकतांत्रितकरण होना चाहिए और इसे सभी द्वारा अपनाया जाना चाहिए.’’ रिपोर्ट के अनुसार पिछले वित्त वर्ष में एक निवेशक द्वारा प्रति माह शेयरों में औसतन 10 लेनदेन किए गए. उनके खातों में 46,000 रुपए के शेयर रहे. वहीं उन्होंने निवेश के लिए खाते में 74,000 रुपए और जोड़े. कंपनी ने कहा कि उसके मंच पर महिला निवेशकों की संख्या दोगुना हो गई. महिलाएं विभिन्न संपदा उत्पादों में निवेश कर रही हैं.
44 फीसदी यूजर्स इन राज्यों से
इस रिपोर्ट के मुताबिक, 44 फीसदी यूजर्स महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और दिल्ली से हैं. कुल डीमैट अकाउंट होल्डर्स में 64 फीसदी ने म्यूचुअल फंड में निवेश किया है. 28 फीसदी ने शेयर बाजार में निवेश किया है. म्यूचुअल फंड की बात करें तो Axis Bluechip Fund (Growth Plan) के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी सबसे ज्यादा रही. इसमें 1.2 लाख यूजर्स ने निवेश किया है. इनका कुल निवेश 200 करोड़ से ज्यादा है. 80 फीसदी यूजर्स ने SIP का रास्ता चुना है.
आईपीओ के प्रति बढ़ी दिलचस्पी
इसके अलावा एसबीआई स्मॉल कैप फंड डायरेक्ट ग्रोथ, पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड में भी निवेशकों की दिलचस्पी देखी गई. रिपोर्ट के मुताबिक 25 फीसदी से ज्यादा इक्विटी निवेशकों ने ETF में निवेश किया. इनका ऐवरेज इन्वेस्टमेंट 28834 रुपए है. निवेशकों में फ्यूचर एंड ऑप्शन ऑप्शन को लेकर भी दिलचस्पी बढ़ी है. इसके अलावा आईपीओ को लेकर भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है.