-6 साल के हाई पर जा सकता है गोल्ड इंपोर्ट

नई दिल्ली। भारत में शादी सीजन (Wedding Season) अपने पीक पर है। सरकार द्वारा लोगों के जमावड़े पर प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद नवंबर मध्य से अब तक लगभग 25 लाख वेडिंग सेरेमनी होने का अनुमान है। यह इस साल की अनुमानित कुल शादियों का लगभग एक तिहाई है। यह भारत में ज्वैलर्स के लिए एक बड़ा अवसर है क्योंकि पिछले लगभग दो सालों से ज्वैलरी की मांग प्रभावित हुई है। कोरोनावायरस की वजह से कई शादियों को टालना पड़ा, जो देश में सोने की मांग का एक प्रमुख स्त्रोत है।
मेटल्स फोकस लिमिटेड के मुताबिक, बंपर त्योहारी सीजन इस साल भारत के सोने के आयात को 900 टन तक बढ़ाने में मदद कर सकता है, जो छह साल में सबसे ज्यादा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल भारत में लगभग 350 टन से अधिक सोने का आयात हुआ था।
कम कीमत और मांग में तेजी से बिक्री को मिला बूस्ट : मेटल्स फोकस के मुंबई स्थित सलाहकार चिराग शेठ ने कहा, “कम कीमतों और मांग में तेजी से बिक्री को बढ़ावा मिला है लेकिन हम इस साल बहुत सारी शादियां भी देख रहे हैं। कुछ अनुमान बताते हैं कि इस साल देश में सोने की बिक्री रिकॉर्ड बना सकती है। पिछले डेढ़ साल में जो कुछ हुआ है, उसने सोने के प्रति लोगों का विश्वास फिर से जगा दिया है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्वर्ण उपभोक्ता है और खपत वाली लगभग सभी धातुओं का आयात करता है। खरीदारी आमतौर पर अक्टूबर से दिसंबर की त्योहारी तिमाही में चरम पर होती है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने पहले अनुमान दिया था कि इस अवधि में बिक्री कम से कम एक दशक में सबसे अच्छी होगी।