जबलपुर: संस्कार, शिक्षा सहित जीवन के महत्वपूर्ण पलों को शुभ फलदायी बनाते सटीक शुभ मुहूर्त, तिथियों वन क्षत्रों की सटीक गणना। भविष्य का आईना दिखाते राशिफल। कुंडली मिलान, ग्रहन क्षत्र की दशा यानी पंचाग की बारीक से बारीक खूबी को समेटे लालाराम स्वरूप जी. डी. एंड संस पंचाग वर्ष 2024 में और भी खूबियॉ लेकर आया है। इसमें आयकर विवरणी से जुडी अनेक जानकारी के साथ ही राशिफल के अनुसार पूरी दुनिया पर पडने वाले प्रभावों की जानकारी एवं सटीक भविष्यवाणी जो सही सिद्ध हुई पंचांग में समाहित की गई है। अपनी इन्हीं खूबियों के चलते जबलपुर से प्रकाशित लालाराम स्वरूप जी. डी. एंड संस पंचांग हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों मे भी भारतीय परिवारों की पहली पसंद बना हुआ है।
पंचांग में शासकीय ऐच्छिक अवकाश की एक-एक जानकारी दी गई है। जिसकी मदद से आप पहले से ही परिवार सहित छुट्टियाँ प्लान कर सकते हैं। विषय विशेषज्ञों, भविष्य वक्ताओं की निगरानी मे तैयार किया गया यह पंचांग उपभोक्ताओं की विश्ववसनियता पर लगातार खरा उतरा है।
लाला रामस्वरूप जी. डी. एंड संस के अग्रवाल बंधुओं ने पंचांग के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2024 के लिए यह पंचांग नये कलेवर और आकर्षक प्रिटिंग के साथ बाजार मे आ चुका है। धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक – रीति रिवाजों में यह पंचांग परिवार का सदस्य बनकर सामने आया है भारत व्रत और त्यौहारों का देश है किसी भी व्रत त्यौहार को मनाने मे ऋषि मुनियों के दिशा निर्देश और शास्त्रीय निर्णय का पालन करने पर विशेष रूप से पुण्य लाभ और सफलता मिलती है इसी को ध्यान मे रखते हुए पंचांग में व्रत, पर्व सूक्ष्म रूप से बिलकुल सही रूप में प्रस्तुत किए गए है।
नकली से बचें कुछ प्रकाशकों द्वारा विगत कई वर्षों से असली नकली का दुष्प्रचार किया जा रहा है। उपभोक्ता ऐसे दुष्प्रचार से बचते हुए लालाराम स्वरूप जी. डी. एंड संस पंचांग के रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क नं में आगे 8 पीछे 8 जरूर देखे।
श्री अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 1937 से जी. डी. संस पंचांग कैलेण्डर का अपना प्रकाशन लगातार चल रहा है। धीरे-धीरे इस पंचांग ने लाखों घरों में अपना स्थान बना लिया है। इस वर्ष प्रकाशित पंचांग में कई नई बातों का समावेश कर इसे और ज्यादा उपयोगी बनाने की कोशिश की गई है। जी. डी. पंचांग में त्यौहारों के साथ ही पुष्य नक्षत्र, विवाह आदि मुहूर्त राशिफल, मुख्य जयंती दिवस, शासकीय अवकाश बैंक अवकाशों को भी अलग से दिखाया गया है। ज्योतिष गणना में जी. डी. एंड संस का पंचांग सबसे शुद्ध माना जाता है।