मुंबई: एचडीएफसी बैंक को ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट द्वारा ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क’ सर्टिफिकेशन दिया गया। यह सर्टिफिकेशन कार्यस्थलों की उच्च प्रतिष्ठा व भरेसे एवं प्रदर्शन की संस्कृति पहचानने के लिए थर्ड पार्टी ग्लोबल अथॉरिटी द्वारा आयोजित किए गए अनामी कर्मचारी सर्वे का परिणाम है। एचडीएफसी बैंक ने 2020 में पहली बार सर्वे में हिस्सा लिया और यह भारत में बीएफएसआई श्रेणी में सर्टिफाई किया जाने वाला एकमात्र बैंक है।
ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट कंपनी के मानव संसाधन के कार्यों एवं नीतियों का ऑडिट करता है तथा इसकी विधि व्यवसायों, एकेडेमिशिया एवं सरकारी संगठनों में कार्यस्थलों को परिभाषित करने के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड मानी जाती है। इसमें भाग लेने वाले सभी संस्थानों का कठोर मूल्यांकन होता है।
एचडीएफसी बैंक के मामले में इसके ऑफिसेस एवं 5000 से ज्यादा शाखाओं में देशव्यापी सर्वे किया गया। इसमें 94 प्रतिशत से ज्यादा कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और पाँच प्रमुख पैरामीटर्स पर बैंक को स्कोर दिया। यह 50,000 से ज्यादा कर्मचारियों वाली 4 मेगा कंपनियों में से एक है, जिन्हें यह सर्टिफिकेशन मिला है। यह सम्मान बैंक के कर्मचारियों में सौहार्द्र, निष्पक्षता, सम्मान, गर्व एवं विश्वसनीयता की संस्कृति का विकास करने की बैंक की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
श्री विनय राजदान, सीएचआरओ, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘यह सर्टिफिकेशन हमारे 94 प्रतिशत कर्मचारियों का एक दमदार निर्णय है। यह बहुत सराहनीय है। हम बैंक के कर्मचारियों को इस संगठन में अपना भरोसा स्थापित करने के लिए धन्यवाद देते हैं। एचडीएफसी बैंक उपभोक्ताओं के भरोसे की संपन्न विरासत पर खड़ा है, जो पिछले पच्चीस सालों में विकसित हुई है। हमें इससे अपने मार्ग पर बढ़ते रहने और हर दिन हमारे लोगों का सफर आगे बढ़ाते रहने का बल मिला।’’