डिजिटल पेमेंट कंपनी MobiKwik इस साल आईपीओ लाने की तैयारी में है और उससे पहले वह लगातार निवेश जुटा रही है. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के वेल्थ फंड अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने ई-वॉलेट कंपनी मोबिक्विक में करीब दो करोड़ डॉलर (150 करोड़ रुपए) में कुछ हिस्सेदारी खरीदी है.
इन्वेस्टमेंट फंड ने कंपनी का मूल्य 700 मिलियन डॉलर (5000 करोड़ रुपए से ज्यादा) आंका है. इस साल मार्च से कंपनी ने 235 करोड़ रुपए जुटाए हैं. इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के सूत्रों के मुताबिक कंपनी 1,200 करोड़ रुपए का आईपीओ ( MobiKwik IPO) लाने की दिशा में काम कर रही है. यह प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) इस साल सितंबर तक बाजार में आ सकता है.
मार्च में विवादों में आई थी कंपनी
यह कंपनी इस साल मार्च में विवादों में आ गई थी जब गुरुग्राम की इस कंपनी के करीब एक करोड़ ग्राहकों के निजी डेटा हैकरों ने कथित रूप से चुरा लिए थे. मोबिक्विक द्वारा कंपनी रजिस्ट्रार (ROC) को दी गई सूचना के मुताबिक अबु धाबी इन्वेस्टमेंट फंड अथॉरिटी के इस निवेश के साथ कंपनी का मूल्य बढ़कर 70 करोड़ डॉलर (करीब 5,193 करोड़ रुपए) हो गया.
रोजाना आधार पर 10 लाख ट्रांजैक्शन
MobiKwik का कहना है कि उसके प्लैटफॉर्म से रोजाना आधार पर 10 लाख ट्रांजैक्शन होते हैं. इसमें डिजिटल वॉलेट के साथ-साथ अन्य डिजिटल सर्विस- जैसे मोबाइल फोन रिचार्ज, यूटिलिटी बिल पेमेंट, शामिल हैं. इसके नेटवर्क के साथ 30 लाख से ज्यादा व्यापारी जुड़े हैं और इसके यूजर्स की कुल संख्या 107 मिलियन यानी 10.70 करोड़ के करीब है. प्राइस वाटर कूपर का मानना है कि भारत का डिजिटल पेमेंट मार्केट अगले वित्त वर्ष तक 163 लाख करोड़ पर पहुंच जाएगा.