नई दिल्ली: नया साल आम जनता की जेब पर भारी पड़ने वाला है। इसमें बाइक से लेकर बीमा तक सभी चीजें शामिल है। पारले और आईटीसी जैसी एफएमसीजी कंपनियां नए साल में दाम बढ़ाएगी या फिर अपने प्रोडक्ट्स के पैकेट के आकार में कुछ बदलाव कर सकती है। एफएमसीजी कंपनियों ने कुछ महीनों पहले इस बात के संकेत दे दिए थे। कहने का मतलब ये है कि नए साल में स्नैक, नमकीन, फ्रोजेन फूड, केक, साबुन, रेडी टू ईट मील्स, बिस्किट समेत अन्य चीजें महंगी हो सकती हैं। तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोलियम मंत्रालय से वाहन ईंधनों के दाम बढ़ाने की ”प्रीमियम योजना” का समर्थन करने की अपील की है। सरकार इस मांग पर विचार भी कर रही है। यदि सरकार इसको स्वीकार करती है तो आम लोगो को पेट्रोल और डीजल पर ”प्रीमियम” देना पड़ सकता है। उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल के खुदरा दाम पर क्रमश: 80 पैसे और 1.50 रुपये प्रति लीटर के करीब प्रीमियम अगले 5 साल तक चुकाना पड़ेगा। इसके अलावा यदि आप कार लेने का सोच र्राहे है तो ये आपको महंगा पड़ सकता है। नए साल में मारुति समेत अधिकतर ऑटो कंपनियों ने कार या बाइक्स की कीमतें बढ़ा दी हैं। वहीं, साल 2020 में 5 स्टार फ्रिज और AC की कीमत भी बढ़ने वाली है। दरअसल, नए साल में नया एनर्जी लेवलिंग नॉर्म्स लागू होने वाला है। इसके तहत इलेक्ट्रॉनिक निर्माताओं को फाइव स्टार फ्रिज या एसी को कूलिंग के लिए पारंपरिक फोम की जगह वैक्यूम पैनल का इस्तेमाल करना पड़ेगा। इस नए नॉर्म्स के बाद फाइव स्टार फ्रिज या एसी करीब 6,000 रुपये तक महंगा होने की संभावना है। बीमा कंपनियों को रेग्युलेट करने वाली संस्था इरडा के आदेश के मुताबिक़ नए साल में जीवन बीमा पॉलीसी के नियम बदल जाएंगे। ये बदलाव केवल लिंक्ड, नॉन लिंक्ड जीवन बीमा पॉलीसी में होगा। नए नियम लागू होने के बाद प्रीमियम महंगा और गारंटीड रिटर्न थोड़ा कम होने की आशंका है।
इतना ही नहीं इस नए साल में ट्रेन का सफ़र भी महंगा हो जाएगा। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि रेलवे बोर्ड यात्री और माल ढुलाई भाड़े को मौजूदा हालात के हिसाब से तर्कसंगत बनाने जा रहा है। उन्होंने कहा कि काफी दिनों से यात्री किराये में बढ़ोतरी नहीं हुई है, जबकि रेलवे का खर्च बढ़ता जा रहा है।